बीके सिंह
जफराबाद, जौनपुर। स्थानीय क्षेत्र के वसीरपुर गांव के कोटे की दुकान के आवंटन को लेकर सोमवार को खुली बैठक में एक बार फिर आवंटन नहीं हो पाया। अब अगले आदेश पर कुछ होगा। उक्त कोटे की दुकान को अनियमितता तथा पूर्व कोटेदार के जेल जाने के बाद आवंटन रद कर दिया गया था। तब से गांव के दूसरे कोटे की दुकान से अटैच करवाकर ग्रामीणों को राशन दिया जा रहा है। एसडीएम सदर के आदेश पर 16 जुलाई को कोटा आवंटन करने के लिए गांव में खुली बैठक बुलाई गयी।बैठक में यह आदेश था कि कोटे की दुकान को स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के परिवार को राशन की दुकान आवंटित की जाय। गांव में एक भी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी नहीं होने से बैठक का कोरम पूरा करके एसडीएम को रिपोर्ट भेज दी गयी। एक बार फिर एसडीएम सदर ने आदेश दिया कि खुली बैठक बुलवाकर किसी अनुसूचित जाति के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी को उक्त दुकान का आवंटन कर दी जाय। आज भी बैठक बिना नतीजे के खत्म हो गयी, क्योंकि एक भी अनुसूचित जाति का स्वतंत्रता संग्राम सेनानी गांव का नहीं था
इस बैठक को लेकर तरह तरह की चर्चा है।
जब सामान्य वर्ग के लिए बैठक 16 जुलाई को हुई थी तभी साफ हो गया था कि कोई भी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी गांव में नही था। इसके बाद एसडीएम सदर का यह आदेश किसी के गले नही उतर रहा है। गांव के लोगों का कहना है कि जब दुकान पुराने कोटेदार से हटा ली गयी तो उसे दूसरे राशन की दुकान से अटैच करके चलवाने से बेहतर गांव के किसी समूह को चलवाने के लिए देना चाहिए। एडीओ पंचायत सिरकोनी रत्नेश सोनकर ने बताया कि एसडीएम के आदेश पर यह बैठक की गई। कोई भी अनुसूचित जाति का व्यक्ति स्वतंत्रता संग्राम सेनानी नही था। एसडीएम को रिपोर्ट भेज दी गयी। अगले आदेश के बाद पुनः कुछ किया जाएगा। बैठक में अंकेश सरोज, विजय कुमार सहित तमाम ग्रामीण उपस्थित रहे।