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जौनपुर सिटी : प्रेम, नम्रता, सहनशीलता व विशालता भक्त की पहचान : मानिक चंद

जौनपुर। प्रेम, नम्रता, सहनशीलता, विशालता, सहजता, सब्रा-संतोष एवं निर्लेप अवस्था ही भक्त की पहचान है। जो इन दिव्य गुणों से युक्त रहते है वे भक्ति में ऊंचा दर्जा प्राप्त कर लेते है। यह बातें मोलनापुर स्थित जनहित इण्टर कालेज के परिसर में महात्मा जितेन्द्र कुमार यादव (प्रबन्धक) द्वारा आयोजित सत्संग समारोह में उपस्थित विशाल संत समूह को सम्बोधित करते हुए मानिक चन्द तिवारी (जोनल इंचार्ज) ने कही।
उन्होंने कहा कि भक्त यश, अपयश की परवाह नहीं करते बल्कि गुरूमत को परिपक्व रखते है। भक्त की यही प्रार्थना होती है कि मन रूपी चुनरिया पर भक्ति का नाम रंग चढ़ा रहे। भक्त सदैव निराकार प्रभु को ही जीवन का आधार मानते है। कमल की भाति निर्लेप अवस्था धारण किये रहते है। भक्तों ने अपने विश्वास को मजबूत रखा है। चाहे कैसी भी विपरीत परिस्थितिया रही हो। अनुकूल परिस्थितियां हर किसी के लिए नहीं रही लेकिन भक्तों ने सहजता सदैव कायम रही है। हवाओं के रूख बदलते रहे लेकिन जीवन की नैया को दाये-बाये नहीं होने दिया। सदैव भक्ति वाला मार्ग पर ही अग्रसर रहे है। उन्होंने कहा कि संत निरंकारी मिशन कोई धर्म, मजहब नहीं बल्कि आध्यात्मिक विचार धारा वाला मानव परिवार है। हम सभी हिन्दू, मुश्लिम , सिक्ख, ईसाई होने के पूर्व इंसान है। आज समय सतगुरु, सतगुरु माता सुदीक्षा सविन्दर हरदेव जी महाराज ब्राह्र ज्ञान देकर प्यार, नम्रता, सहनशीलता आदि जैसे दिव्य गुण मानव मात्र में स्थापित कर रही है। इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता श्यामलाल साहू, राजबहादुर यादव (जिला पंचायत अध्यक्ष), राजेश प्रजापति (क्षेत्रीय संचालक), राधेश्याम द्विवेदी (एडवोकेट), धर्मेन्द्र यादव, अमलेश यादव, राजकुमार मिश्रा, जयराम पाल इत्यादि लोग उपस्थित रहे। मंच का संचालन शंकर दयाल जी ने किया। 

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