Adsense

जौनपुर : छापेमारी करने पहुंची टास्क फोर्स की टीम से उलझें हेड मास्टर, हुए सस्पेंड

जौनपुर। जिले में शुक्रवार को टास्क फोर्स टीम आ धमकी। वह रामपुर व रामनगर विकास खण्ड के दर्जनों में विद्यालयों में एक-एक कर छापेमारी की। इस दौरान विद्यालयों में अफरा-तफरी, हड़कम्प मचा रहा। टीम ने इस दौरान मिड डे मील का जायजा लिया जिसमें घटिया सामाग्री के उपयोग किये जाने का मामला सामने आया। इस पर उन्होंने संबंधित लोगों को फटकार लगायी। साथ ही रजिस्टर में दर्ज बच्चों की संख्या भी स्कूलों में बेहद ही कम पायी गयी। टीम जब पूर्व माध्यमिक विद्यालय सिधवन पहुंचकर खाने की गुणवत्ता की जांच करने लगी और खराबी पर पूछताछ करने लगी तो इस पर मुंह में गुटखा भरे हुए प्रधानाध्यापक टीम से उलझ गये। इस पर टीम ने मोबाइल फोन से डीएम को सूचना देते हुए उन्हें सस्पेंड करने के साथ ही एक सहायक अध्यापक का एक दिन का वेतन काटने और स्पष्टीकरण मांगने का भी निर्देश दिया।
एमडीएम की गुणवत्ता की जांच करने के लिए राज्यस्तरीय टास्क फोर्स टीम में शामिल मिर्जापुर के जिला विद्यालय निरीक्षक देवकी सिंह, एमडीएम सेल के जिला समन्वयक अरुण कुमार मौर्य, रामपुर के खंड शिक्षा अधिकारी मंगरुराम मौर्य के साथ रामपुर ब्लाक के पूर्व माध्यमिक विद्यालय सिधवन सुबह लगभग पौने नौ बजे पहुंचे। इस दौरान नामांकित 39 बच्चों के सापेक्ष 16 बच्चे शामिल रहे। विद्यालय में एमडीएम बनाने के लिए घटिया सामाग्री का प्रयोग करते हुए पाया गया। फल का वितरण नहीं हुआ था। बच्चों ने बताया कि पिछले कई दिनों से फल नहीं दिया जा रहा है। खाने की गुणवत्ता बेहद ही खराब रहती है। स्कूल में पढ़ाई, लिखाई एकदम खराब होने पर टास्क फोर्स के अधिकारी देवकी सिंह ने प्रधानाध्यापक जयप्रकाश सिंह से पूछताछ की तो वह मुख में गुटखा भरे हुए थे और सीधे अधिकारी से उलझ गये। टीम के सामने ही रसोइयां को अपशब्दों से पुकारते हुए कहा कि तुमसे कहा था कि अच्छे से खाना बनाया करो मसाला ओरिजनल डाला करो, घटिया सामानों को क्यों लाती हो ऐसी तमाम बातें यह अधिकारियों के सामने ही धड़ल्ले से बोलने लगे। स्कूल में शिक्षकों की उपस्थिति चेक की गयी तो सहायक अध्यापक अजीत सिंह अनुपस्थित रहे। इस संबंध में प्रधानाध्यापक जयप्रकाश सिंह से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि सहायक अध्यापक आज अवकााश् पर हैं उन्होंने स्कूल न आने के लिए प्रार्थना पत्र दिया है लेकिन जब टीम के अधिकारियों ने उक्त शिक्षक के मोबाइल पर फोन करके पूछा तो बोले हम तो स्कूल आ रहे हैं रास्ते में कुछ देर हो गया है। अचानक दो तरह की बातें और पहले से लिखकर रखे गये आकस्मिक अवकाश का प्रार्थना पत्र सामने देख टास्क फोर्स टीम सकते में पड़ गयी। उन्होंने मामले की जानकारी डीएम अरविंद मलप्पा को दी। जिसके बाद हेड मास्टर को निलंबित व शिक्षक का वेतन काटने की कार्रवाई की गयी।

Post a Comment

0 Comments