जौनपुर। वैसे तो भगवान श्रीकृष्ण जन्माष्टमी जनपद के मुख्यालय सहित तमाम ग्रामीणांचलों में मनाया जाता है लेकिन नगर के बदलापुर पड़ाव पर स्थित महावीर मन्दिर का श्रीकृष्ण जन्माष्टमी जनपद में अद्वितीय रहा है। क्षेत्रीय लोगांे के अनुसार उक्त मन्दिर कई वर्ष पुरानी है जहां आस-पास सहित दूर-दराज से लोग आते थे। यहां का जन्माष्टमी पर्व जनपद में सबसे पुराना है। इस पर्व के मद्देनजर मन्दिर से लेकर ओलन्दगंज चौराहे तक दर्शनार्थियों की काफी भीड़ लगती थी। किसी जमाने में शाम ढलने के बाद जहां लोग उधर जाना पसन्द नहीं करते थे, वहीं श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर होने वाले विविध आयोजन देखने के लिये लोगों का तांता लग जाता था। मन्दिर निर्माणकर्ता के परिवार द्वारा संचालित समर्पित हास्पिटल के नेतृत्वकर्ता सर्जन डा. नीरज गुप्ता से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि मेरे दादा द्वारा इस आयोजन की शुरू की गयी थी जिसका परम्परा आज भी बरकरार है। डा. गुप्ता ने बताया कि पूर्व की भांति पूरे मन्दिर परिसर को आकर्षक फूल-माला सहित विद्युत झालरों से सजाया जाता है। साथ ही विभिन्न प्रकार की झांकियां सजायी जाती है जो लोगों के लिये आकर्षण का केन्द्र बनी रहती हैं। डा. गुप्ता ने बताया कि विभिन प्रकार की झांकियों का आनन्द लेते हुये लोग भगवान श्रीकृष्ण के जन्म के साक्षी बनते हैं जो आयोजित भजन, कीर्तन, सोहर आदि में शामिल होकर प्रसाद ग्रहण करते हैं। उन्होंने बताया कि मन्दिर की सजावट के अलावा ठीक सामने स्थित बागवानी के मनमोहक फूल, पत्ती सहित फौव्वारा सहसा लोगांे को अपनी ओर खींच लेता है।
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