- गौरा खुर्द में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा में उमड़ी भीड़
Jaunpur Live News Network
जौनपुर लाइव न्यूज नेटवर्क
जौनपुर। जनपद के महराजगंज क्षेत्र के गौरा खुर्द गांव में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा में श्रद्धालुओं के बीच गोविन्द शास्त्री ने कहा कि अहंकार व घमण्ड विनाश का सबसे बड़ा कारण है। रावण जैसा विद्वान सम्पूर्ण नीतियों का ज्ञाता था। फिर भी अहंकार के मद में चूर रावण ने उनका पालन नहीं किया। उसका कुल खानदान सहित सम्पूर्ण विनाश हो गया। दूसरों की बुराइयां देखने से पहले हमें स्वयं अपनी बुराइयों को दूर करने का प्रयास करना चाहिये। ‘हम सुधरे तो जग सुधरा’ की तर्ज पर हमको सिर्फ अपने आपको सुधारने का प्रयास करना चाहिये। दूसरों के कर्मों का फल देने वाला ईश्वर है। दूसरों के कुकर्म बुराइयां पर दण्ड देने वाले का प्रयास करना हमारे लिये घातक हो सकता है। हमें इस से बचना होगा। ईश्वर अपने भक्तों के कल्याण के लिये कार्य करते हैं। भक्तों की बड़ी-बड़ी कठिनाइयों को ईश्वर टाल देते हैं। विपत्ति के समय श्रीकृष्ण भगवान स्वयं प्रकट होकर द्रोपदी की सहायता किये थे। अपराध व अपराधियों के संहार के लिये भगवान स्वयं पृथ्वी पर अवतार लेते हैं। भगवान स्वयं अवतार लेकर दुष्टों का संहार करते है। भारतीय संस्कृति से हमें दया, दान, धर्म जैसी चीजें मिलती हैं जो किसी दूसरी संस्कृति में संभव नहीं है। इस अवसर पर राजमणि सिंह, धर्मेन्द्र सिंह, विनोद सिंह, कमलाकर मिश्रा सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।
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