Jaunpur Live : ब्रेकिंग के चक्कर में फेक न्यूज न चलाएं पत्रकार : SP JNR


  • वादी की समस्या हल होने के बाद जरूर लेता हूं फीडबैक
  • हमें कभी भी दे सकते हैं सूचना, समस्या और सुझाव

टीम जौनपुर लाइव
जौनपुर। पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी ने कहा कि यह ऐतिहासिक जनपद है यहां की कानून व्यवस्था, लॉ एन आर्डर चुस्त दुरूस्त हो इसके लिए पब्लिक, पुलिस और पत्रकार हमें कभी भी सूचना, समस्या और सुझाव दे सकते हैं। हमारे कार्यकाल में किसी भी वादी को असंतुष्ट नहीं किया जाएगा उसकी समस्या का समाधान हमारी प्राथमिकता है। इतना ही नहीं जब उसकी समस्या का हल निकल जाएगा तो मैं खुद उसे फोन करके उसका फीडबैक लूंगा। वह शुक्रवार को पुलिस लाइन के मनोरंजन कक्ष में पत्रकारों से रूबरू थे।
उन्होंने पत्रकारों से कहा कि आप ब्रेकिंग के चक्कर में फेक न्यूज न चलाएं यदि कोई भी संवेदनशील खबरों को फेक न्यूज के रूप में चलाया जाएगा इस पर कार्रवाई को हम मजबूर होंगे। भू—माफिया के सवाल पर उन्होंने कहा कि हमारा कार्य राजस्व अधिकारियों को सुरक्षा देना है। इसके अलावा हमने प्रमुख स्थानों पर पुलिस अधिकारियों के महत्वपूर्ण नम्बर लिखवा दिया है ताकि आम आदमी को जरूरत पड़ने पर इधर उधर ढ़ूढना न पड़े। शहर में जाम की समस्या पर उन्होंने कहा कि जाम जब लगना शुरू होगा तभी हमारे मातहत उसे समाप्त कराने में जुट जाएंगे क्योंकि जब लंबा जाम लग जाता है तो उसमें वक्त लगता है। इसके लिए कंट्रोल रूम बनाकर निगरानी की जाएगी। 


गौरतलब हो कि वह 2012 बैच के आईपीएस अधिकारी है और मिर्जापुर में भी बतौर एसपी तैनात रह चुके है। वह मूल रूप से मध्य प्रदेश के इटारसी के रहने वाले हैं। पिता कैलाश नारायण तिवारी रेलवे इटारसी में सेक्शन इंजीनियर हैं। उन्होंने 12वीं तक की पढ़ाई इटारसी के केंद्रीय विद्यालय में पूरी की। इसके बाद उन्होंने वर्ष 2002 और 07 में कानपुर आईआईटी से कम्प्यूटर साइंस में बीटेक और एमटेक की पढ़ाई पूरी की। वर्ष 2007 में ही कैंपस सिलेक्शन के दौरान लंदन की लैहमैन ब्रदर्श कंपनी में चयनित कर लिये गये जहां उन्होंने डेढ़ वर्ष कार्य किया। इसके बाद उन्होंने जापान के नोमुरा बैंक में डेढ़ साल जॉब की। दोनों बैंकों में एक्सपर्ट एनालिस्ट पैनल में उनका सिलेक्शन हुआ था। वर्ष 2010 में एक करोड़ से अधिक के पैकेज को ठोकर मारकर आशीष वापस इंडिया आकर सिविल सर्विस की तैयारी की और वर्ष 2011 में आईआरएस इनकम टैक्स में उनका सि‍लेक्शन हुआ। इसमें उन्हें 330वीं रैंक मिली। इसके बाद 2012 में उनका आईपीएस में सि‍लेक्शन हुआ। इसमें उन्होंने 219वीं रैंक हास‍िल की। 2013 में उनका आईपीएस ट्रेनिंग के दौरान एक बार फिर आईपीएस में सि‍लेक्शन हुआ और उन्हें 247वीं रैंक मिली।

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