विवाद बढ़ते देख जिला मुख्यालय लौट गये सीडीओ
#TeamJaunpurLive
महराजगंज, जौनपुर। जल शक्ति अभियान के अंतर्गत अतिदोहित ब्लाक महराजगंज में मंगलवार को ग्राम प्रधान व पंचायत सेक्रेटरी संग बैठक में जल संचयन व वृक्षारोपण को लेकर जागरूक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद सीडीओ ब्लाक पर पहुंचे। वहां पर गोपनीय तरीके से बीडीओ, एडीओ पंचायत, ग्राम पंचायत अधिकारियों और कुछ चुनिंदा ग्राम प्रधानों के साथ बैठक कर न्याय पंचायतवार सूची बना रहे थे। जब इसकी भनक अन्य प्रधानों को हुई तो वह मीडियाकर्मियों को सूचित करते हुए ब्लाक पर पहुंच गये और अंदर प्रवेश करना चाहे तो उन्हें रोक दिया गया। इसके बाद उन्होंने न्याय पंचायत सूची बनाने के दौरान अंदर बैठे तीन-चार चुनिंदा ग्राम प्रधानों की उपस्थिति पर सवाल खड़ा कर दिया। उनका कहना था कि बार-बार न्याय पंचायत की सूची बदलने से गांव के विकास में बाधा उत्पन्न होती है। ऐसे में यदि क्लस्टर का निर्धारण हो ही रहा है तो अंदर चहेते ग्राम प्रधानों को क्यों बैठाया गया है जबकि यह कार्य सिर्फ बीडीओ, एडीओ पंचायत और सेक्रेटरी का है। विवाद बढ़ता देख सीडीओ वहां से जिला मुख्यालय वापस लौटने में ही अपनी भलाई समझे। जाते-जाते उन्होंने मीडिया की मौजूदगी पर सवाल उठाते हुए कहा कि आप लोगों को बुलाया नहीं गया था तो आप लोग यहां कैसे आ गये? इस पर कुछ मीडियाकर्मियों ने भी उन्हें जवाब दिया कि ऐसे मामलों में हम लोगों को बुलाने की जरुरत नहीं है जब कुछ गलत होगा तो उसको उजागर करना हमारा नैतिक कर्तव्य है। जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि क्लस्टर निर्धारण बीडीओ महराजगंज, एडीयो पंचायत, ग्राम पंचायत अधिकारियों का कार्य है तो उन्होंने कहा कि मेरा बीडीओ ठीक नहीं है मैं उसे आज ही हटा दूंगा। इसके बाद वह गुस्से में वहां से जिला मुख्यालय की ओर चले गये। यह घटना पूरे ब्लाक पर चर्चा का विषय बनी हुई है।
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महराजगंज, जौनपुर। जल शक्ति अभियान के अंतर्गत अतिदोहित ब्लाक महराजगंज में मंगलवार को ग्राम प्रधान व पंचायत सेक्रेटरी संग बैठक में जल संचयन व वृक्षारोपण को लेकर जागरूक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद सीडीओ ब्लाक पर पहुंचे। वहां पर गोपनीय तरीके से बीडीओ, एडीओ पंचायत, ग्राम पंचायत अधिकारियों और कुछ चुनिंदा ग्राम प्रधानों के साथ बैठक कर न्याय पंचायतवार सूची बना रहे थे। जब इसकी भनक अन्य प्रधानों को हुई तो वह मीडियाकर्मियों को सूचित करते हुए ब्लाक पर पहुंच गये और अंदर प्रवेश करना चाहे तो उन्हें रोक दिया गया। इसके बाद उन्होंने न्याय पंचायत सूची बनाने के दौरान अंदर बैठे तीन-चार चुनिंदा ग्राम प्रधानों की उपस्थिति पर सवाल खड़ा कर दिया। उनका कहना था कि बार-बार न्याय पंचायत की सूची बदलने से गांव के विकास में बाधा उत्पन्न होती है। ऐसे में यदि क्लस्टर का निर्धारण हो ही रहा है तो अंदर चहेते ग्राम प्रधानों को क्यों बैठाया गया है जबकि यह कार्य सिर्फ बीडीओ, एडीओ पंचायत और सेक्रेटरी का है। विवाद बढ़ता देख सीडीओ वहां से जिला मुख्यालय वापस लौटने में ही अपनी भलाई समझे। जाते-जाते उन्होंने मीडिया की मौजूदगी पर सवाल उठाते हुए कहा कि आप लोगों को बुलाया नहीं गया था तो आप लोग यहां कैसे आ गये? इस पर कुछ मीडियाकर्मियों ने भी उन्हें जवाब दिया कि ऐसे मामलों में हम लोगों को बुलाने की जरुरत नहीं है जब कुछ गलत होगा तो उसको उजागर करना हमारा नैतिक कर्तव्य है। जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि क्लस्टर निर्धारण बीडीओ महराजगंज, एडीयो पंचायत, ग्राम पंचायत अधिकारियों का कार्य है तो उन्होंने कहा कि मेरा बीडीओ ठीक नहीं है मैं उसे आज ही हटा दूंगा। इसके बाद वह गुस्से में वहां से जिला मुख्यालय की ओर चले गये। यह घटना पूरे ब्लाक पर चर्चा का विषय बनी हुई है।
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