#TeamJaunpurLive
बिपुल सिंह
सिंगरामऊ, जौनपुर। धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर का एक वीडियो वायरल हुआ है। वायरल वीडियो में चिकित्सक द्वारा कॉलेज में एडमिशन कराने के लिए हेल्थ सर्टीफिकेट बनवाने गये छात्राओं के परिजनों से मेडिकल बनाने का खुलेआम तीन सौ रु पए की मांग किया जा रहा है। रुपये की मांग करते और रुपए लेते हुए वीडियो में साफ दिखाई दे रहे सिंगरामऊ प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के डाक्टर वीएस पाण्डेय का है। इस दौरान वह रु पये देने पर बिना कोई जांच कराए मेडिकल प्रमाण पत्र बनाने की बात कर रहे हैं। वहीं रु पये न देने पर वह संबंधित परिजनों को जिला अस्पताल जौनपुर में जाकर मेडिकल बनवाने की बात कहते हुए भी दिख रहे हैं। जहां वीडियो में अभिभावक प्रतापगढ़ जनपद के सराय गाँव निवासी संजय कुमार व उसी जनपद के रौजा गांव निवासी राम सिंह का है जो डीएलएड में प्रवेश के लिए मेडिकल प्रमाण पत्र बनाने के लिए गए थे। चिकित्सक प्रमाण पत्र बनाने के नाम पर अभिभावक से तीन सौ रुपये की मांग करने लगे। जब उक्त अभिभावक ने सौ रूपए दिए तो चिकित्सक ने सौ रूपए जेब में रखकर और दो सौ रु पये की मांग करने लगे। अभिभावक ने बहुत अनुनय विनय किया तो चिकित्सक ने बोले कि हमें आपके विद्यालय में प्रवेश लेने से कोई मतलब नहीं हैं आप जिला अस्पताल जाकर मेडिकल प्रमाण पत्र बनवा लीजिए। इतना ही नहीं वीडियो में डॉक्टर यह कहते हुए दिख रहे हैं कि तीन सौ रु पये लेकर वो अपने रिस्क पर बगैर कोई जांच किए मेडिकल प्रमाण पत्र बना देंगे।
क्या बोले प्रभारी चिकित्साधिकारी
प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. अभिषेक वर्मा ने मामले की जानकारी में लीपापोती करते हुए बताया कि उक्त चिकित्सक का स्थानांतरण हो गया है और विभाग द्वारा उन्हें रिलीव भी कर दिया गया है। मैं सोमवार को दवा लेने जौनपुर गया था। इस प्रकरण की जानकारी मुझे बिल्कुल नहीं है।
बिपुल सिंह
सिंगरामऊ, जौनपुर। धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर का एक वीडियो वायरल हुआ है। वायरल वीडियो में चिकित्सक द्वारा कॉलेज में एडमिशन कराने के लिए हेल्थ सर्टीफिकेट बनवाने गये छात्राओं के परिजनों से मेडिकल बनाने का खुलेआम तीन सौ रु पए की मांग किया जा रहा है। रुपये की मांग करते और रुपए लेते हुए वीडियो में साफ दिखाई दे रहे सिंगरामऊ प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के डाक्टर वीएस पाण्डेय का है। इस दौरान वह रु पये देने पर बिना कोई जांच कराए मेडिकल प्रमाण पत्र बनाने की बात कर रहे हैं। वहीं रु पये न देने पर वह संबंधित परिजनों को जिला अस्पताल जौनपुर में जाकर मेडिकल बनवाने की बात कहते हुए भी दिख रहे हैं। जहां वीडियो में अभिभावक प्रतापगढ़ जनपद के सराय गाँव निवासी संजय कुमार व उसी जनपद के रौजा गांव निवासी राम सिंह का है जो डीएलएड में प्रवेश के लिए मेडिकल प्रमाण पत्र बनाने के लिए गए थे। चिकित्सक प्रमाण पत्र बनाने के नाम पर अभिभावक से तीन सौ रुपये की मांग करने लगे। जब उक्त अभिभावक ने सौ रूपए दिए तो चिकित्सक ने सौ रूपए जेब में रखकर और दो सौ रु पये की मांग करने लगे। अभिभावक ने बहुत अनुनय विनय किया तो चिकित्सक ने बोले कि हमें आपके विद्यालय में प्रवेश लेने से कोई मतलब नहीं हैं आप जिला अस्पताल जाकर मेडिकल प्रमाण पत्र बनवा लीजिए। इतना ही नहीं वीडियो में डॉक्टर यह कहते हुए दिख रहे हैं कि तीन सौ रु पये लेकर वो अपने रिस्क पर बगैर कोई जांच किए मेडिकल प्रमाण पत्र बना देंगे।
क्या बोले प्रभारी चिकित्साधिकारी
प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. अभिषेक वर्मा ने मामले की जानकारी में लीपापोती करते हुए बताया कि उक्त चिकित्सक का स्थानांतरण हो गया है और विभाग द्वारा उन्हें रिलीव भी कर दिया गया है। मैं सोमवार को दवा लेने जौनपुर गया था। इस प्रकरण की जानकारी मुझे बिल्कुल नहीं है।