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जौनपुर। भारत की प्राचीनतम विरासत योग उच्चतम कोटि की साधना पद्धति के साथ एक खूबसूरत चिकित्सा पद्धति भी है जिसके सैद्धांतिक पक्षों के साथ क्रियात्मक अभ्यासों के नियमित और निरन्तर अभ्यासों से व्यक्ति के भीतर सुसुप्ता अवस्था में सन्निहित समस्त शक्तियों का निरन्तर विकास होता रहता है जिसके कारण व्यक्ति हर पल स्वस्थ और खुशहाल रहता है। यह बातें प्रान्तीय प्रभारी के रूप में जनपद में प्रथम आगमन पर तहसील मड़ियाहूं में आयोजित स्वागत समारोह में सेवानिवृत्ति न्यायाधीश श्रीभगवानदास के द्वारा कही गई है।
प्रांतीय योग निरीक्षक भागीरथ पुरु षार्थी के द्वारा बताया गया कि हर युग में युवा ही आज तक योग को पीढ़ी दर पीढ़ी हस्तान्तरित करने का कार्य कर रहा है वह चाहे भगवान बुद्ध हों या महावीर या वर्तमान युग में योग के संवाहक बाबा रामदेव जी इसलिए आज प्रत्येक युवा को इस प्राचीनतम विरासत को अपनाकर स्वस्थ और समृद्ध भारत के निर्माण में अपनी महती भूमिका को निभानी चाहिए। योग प्रचारक के रूप में सम्पूर्ण जनपद को योग से आच्छादित करने के उद्देश्य के तहत निरन्तर सेवा दे रहे योगी सभाराज पटेल और योगी मनोज पटेल को जनपद के योगरत्न के रूप में सम्मानित किया गया।
भारत स्वाभिमान के प्रान्तीय सह प्रभारी दुर्गेश योगी के द्वारा बाल योगियों के द्वारा उत्कृष्ट प्रस्तुति करने पर उन्हें सम्मानित किया गया। पतंजलि योग समिति के प्रान्तीय सह प्रभारी अचल हरिमूर्ति के द्वारा एक घंटा देह को और एक घंटा देश को देने के लिए सभी योग नियमिति और निरंतर अभ्यास सर्वोपरि है। इस मौके पर महिला पतंजलि योग समिति की प्रांतीय प्रभारी शशि जी, शशिभूषण, संजय, उत्तम, आचार्य कृष्ण मुरारी, डा. हेमंत जी, ममता जी, धर्मशीला, अंजुम, सुरेंद्र, सुरेश, तेज बहादुर, प्रेमचंद, नंदलाल, अनिल, पिंटू, सुभाष, प्रेम प्रकाश सहित अन्य साधक उपस्थित रहे।
जौनपुर। भारत की प्राचीनतम विरासत योग उच्चतम कोटि की साधना पद्धति के साथ एक खूबसूरत चिकित्सा पद्धति भी है जिसके सैद्धांतिक पक्षों के साथ क्रियात्मक अभ्यासों के नियमित और निरन्तर अभ्यासों से व्यक्ति के भीतर सुसुप्ता अवस्था में सन्निहित समस्त शक्तियों का निरन्तर विकास होता रहता है जिसके कारण व्यक्ति हर पल स्वस्थ और खुशहाल रहता है। यह बातें प्रान्तीय प्रभारी के रूप में जनपद में प्रथम आगमन पर तहसील मड़ियाहूं में आयोजित स्वागत समारोह में सेवानिवृत्ति न्यायाधीश श्रीभगवानदास के द्वारा कही गई है।
प्रांतीय योग निरीक्षक भागीरथ पुरु षार्थी के द्वारा बताया गया कि हर युग में युवा ही आज तक योग को पीढ़ी दर पीढ़ी हस्तान्तरित करने का कार्य कर रहा है वह चाहे भगवान बुद्ध हों या महावीर या वर्तमान युग में योग के संवाहक बाबा रामदेव जी इसलिए आज प्रत्येक युवा को इस प्राचीनतम विरासत को अपनाकर स्वस्थ और समृद्ध भारत के निर्माण में अपनी महती भूमिका को निभानी चाहिए। योग प्रचारक के रूप में सम्पूर्ण जनपद को योग से आच्छादित करने के उद्देश्य के तहत निरन्तर सेवा दे रहे योगी सभाराज पटेल और योगी मनोज पटेल को जनपद के योगरत्न के रूप में सम्मानित किया गया।
भारत स्वाभिमान के प्रान्तीय सह प्रभारी दुर्गेश योगी के द्वारा बाल योगियों के द्वारा उत्कृष्ट प्रस्तुति करने पर उन्हें सम्मानित किया गया। पतंजलि योग समिति के प्रान्तीय सह प्रभारी अचल हरिमूर्ति के द्वारा एक घंटा देह को और एक घंटा देश को देने के लिए सभी योग नियमिति और निरंतर अभ्यास सर्वोपरि है। इस मौके पर महिला पतंजलि योग समिति की प्रांतीय प्रभारी शशि जी, शशिभूषण, संजय, उत्तम, आचार्य कृष्ण मुरारी, डा. हेमंत जी, ममता जी, धर्मशीला, अंजुम, सुरेंद्र, सुरेश, तेज बहादुर, प्रेमचंद, नंदलाल, अनिल, पिंटू, सुभाष, प्रेम प्रकाश सहित अन्य साधक उपस्थित रहे।
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