#TeamJaunpurLive
केके वर्मा
केराकत, जौनपुर। स्थानीय नगर तहसील में वकील व लेखपाल में हुई जबरदस्त मारपीट में दोनों तरफ से गुटबंदी होने से सैकड़ों लेखपाल व वकील तहसीलदार आवास पर होहल्ला मचाने लगें। इस परिथिति को पुलिस ने बखूबी सम्हाल लिया। लेखपालों का आरोप हैं कि अधिवक्ता हवलदार राम जो कि केराकत तहसील में कार्यरत है।
उन्होंने अपने मुअक्किल के वरासत को लेकर हीरापुर मचहटी ग्राम के हल्का लेखपाल सतीश गिरी पर तुरंत वरासत के लिए दबाव बनाने लगें जिस पर लेखपाल सतीश ने तुरंत न करके तफ्तीश करने के बाद कार्य करने की बात कही। इस पर वकील साहब भड़क पड़े और गाली-गलौज के साथ मारपीट करने लगे। वहीं वकीलों का आरोप हैं कि लेखपाल सतीश गिरी को वकील हवलदार राम के द्वारा कोई कार्य दिए जाने पर समय से नहीं करने का आरोप लगाया जब हवलदार राम अपने मुवक्किल के वरासत की बात को लेकर लेखपाल सतीश से मिलने गये तो सतीश ने जातिसूचक शब्द का प्रयोग करते हुए। गाली-गलौज करते हुए मारपीट करने लगे। दोनों पक्षों द्वारा कोतवाली में एक दूसरे के खिलाफ तहरीर देने की तैयारी की जा रही थी।
केके वर्मा
केराकत, जौनपुर। स्थानीय नगर तहसील में वकील व लेखपाल में हुई जबरदस्त मारपीट में दोनों तरफ से गुटबंदी होने से सैकड़ों लेखपाल व वकील तहसीलदार आवास पर होहल्ला मचाने लगें। इस परिथिति को पुलिस ने बखूबी सम्हाल लिया। लेखपालों का आरोप हैं कि अधिवक्ता हवलदार राम जो कि केराकत तहसील में कार्यरत है।
उन्होंने अपने मुअक्किल के वरासत को लेकर हीरापुर मचहटी ग्राम के हल्का लेखपाल सतीश गिरी पर तुरंत वरासत के लिए दबाव बनाने लगें जिस पर लेखपाल सतीश ने तुरंत न करके तफ्तीश करने के बाद कार्य करने की बात कही। इस पर वकील साहब भड़क पड़े और गाली-गलौज के साथ मारपीट करने लगे। वहीं वकीलों का आरोप हैं कि लेखपाल सतीश गिरी को वकील हवलदार राम के द्वारा कोई कार्य दिए जाने पर समय से नहीं करने का आरोप लगाया जब हवलदार राम अपने मुवक्किल के वरासत की बात को लेकर लेखपाल सतीश से मिलने गये तो सतीश ने जातिसूचक शब्द का प्रयोग करते हुए। गाली-गलौज करते हुए मारपीट करने लगे। दोनों पक्षों द्वारा कोतवाली में एक दूसरे के खिलाफ तहरीर देने की तैयारी की जा रही थी।
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