जौनपुर। पूर्व एमएलसी सिराज मेंहदी ने कहा कि केंद्र सरकार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुप्रीमो है या गृहमंत्री अमित शाह। दोनों लोगों के अलग-अलग बयान से देश की आवाम गुमराह हो रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृह मंत्री अमित शाह के अलग-अलग बयानों से देश की जनता भ्रम की स्थिति में है और पूरे देश में विद्रोह जैसे हालात बन गए हैं। श्री मेहंदी ने नगर के शिया डिग्री कॉलेज में पत्रकारों से वार्ता करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि देश की जनता ने धारा 370, राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला, नोटबंदी सहित तमाम बातों को स्वीकार किया तो ऐसी क्या बात है जो एनआरसी और सीएए को देश की जनता स्वीकार नहीं कर रही है। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी और केंद्र सरकार को चाहिए इस पर चिंतन मंथन करें और ऐसे काले कानून को जिसे देश की जनता स्वीकार नहीं कर रही है उसे तत्काल प्रभाव से वापस लेना चाहिए।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस अनुशासन समिति द्वारा सिराज मेंहदी को कांग्रेस पार्टी से निकाले जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी का सदस्य हूं। मुझे कांग्रेस पार्टी से निकालने का अधिकार राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी जी को है ना कि प्रदेश अध्यक्ष को। कांग्रेस के संविधान की जानकारी प्रदेश कांग्रेस कमेटी को नहीं है पहले पीसीसी के पदाधिकारियों को कांग्रेस के संविधान के बारे में अच्छी तरह से जानकारी कर लेनी चाहिए। श्री मेहंदी ने कहा कि मैं कांग्रेस में था हूं और रहूंगा।
उन्होंने कहा कि 28 दिसंबर को लखनऊ में एक चिंतन बैठक कर पुराने कांग्रेसियों को बुलाया जा रहा है जिसके बाद हम लोग राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे। सिराज मेंहदी ने झारखंड के आये ताजा नतीजो पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी के अहंकार का अंत होना शुरू हो गया है जिसकी अलख महाराष्ट्र और झारखंड के चुनाव से जल चुकी है। वह दिन दूर नहीं कि देश से भाजपा का सूपड़ा साफ हो जाएगा। इस मौके पर कांग्रेसी नेता राजेश सिंह, परवेज़ हसन सहित अन्य लोग मौजूद रहे।