Adsense

Purvanchal University : परीक्षा केंद्रों के निर्धारण में खेल के कारणों से हो रही देरी


25 फरवरी से प्रारंभ होनी है परीक्षा
पाँच लाख परीक्षार्थियों के हिस्सा लेने की संभावना





देवेंद्र सिंह
सरायख्वाजा, जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय की मुख्य परीक्षाओं के शुरु होने में एक माह का समय हैं लेकिन विवि प्रशासन अभी तक परीक्षा केंद्रों के निर्धारण नहीं कर सका है। विश्वविद्यालय की मुख्य परीक्षा यूजी 25 फरवरी तथा पीजी की 16 मार्च से दो पालियों में होगी। पूविवि से संबंधित गाजीपुर-आजमगढ़ व जौनपुर तथा में मऊ के अलावा इलाहाबाद के पीजी कालेज हंडिया समेत कुल सवा 900 कालेजों के पाँच लाख से अधिक परीक्षार्थी शामिल होंगे। विवि प्रशासन की परीक्षा संचालन समिति की दो-दो बार हुई बैठक के बाद कालेजों को अभी तक परीक्षा केंद्रों का निर्धारण नहीं हो पाया है।





सत्ता से जुड़े कुछ प्रभावशाली लोग अपने-अपने सुविधा के अनुसार परीक्षा केंद्र बनाए जाने का दबाव बना रहे हैं तो कुछ प्रबंधकों के कालेज पिछले वर्ष के परीक्षा में नकल करने के आरोपी हैं फिर भी वे अपने कालेजों को नोडल केंद्र तथा परीक्षा केन्द्र बनाए जाने के प्रयास में लगे हुए हैं। परीक्षा केंद्रों के निर्धारण में विवि के कुछ विभागीय असरदार अधीक्षक तथा बाबू लगे हैं। परीक्षा केंद्रों के बनवाने में बाकायदा रेट तय होता है जिसके लिए बोली लगती है। पिछले वर्ष की मुख्य परीक्षा में आठ सौ पाँच कालेजों के पौने पाँच लाख परीक्षार्थियों के लिए करीब सात सौ परीक्षा केंद्रों को बनाया गया था। शासन व विश्वविद्यालय प्रशासन की लाख कोशिशों के बाद भी कुछ परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे नहीं लगाया जा सका विवि प्रशासन ने शपथ पत्र दाखिल करवाया था। कालेजों से फिर भी मानकों की अनदेखी की गयी थी।





परीक्षा केंद्रों के निर्धारित के लिए विशेष रुप से विश्वविद्यालय प्रशासन ने संचालन समिति का गठन किया है। विश्वविद्यालय के कुछ विभागीय अधिकारियों ने अपने-अपने खासमखास कालेजों की संख्या और सूची बनाकर रेट के अनुसार खेल में शामिल हैं हालांकि विवि प्रशासन यह कह रहा है कि परीक्षा संचालन समिति शीघ्र ही बैठक आयोजित कर परीक्षा केन्द्रों तथा नकल विहीन परीक्षा के लिए सचल दस्तों के गठन की प्रक्रिया पूरी कर लेगी।


Post a Comment

0 Comments