जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के रज्जू भइया भौतिकीय विज्ञान अध्ययन एवं शोध संस्थान के आर्य भट्ट सभागार में बुधवार को प्रो. राजेन्द्र सिंह रज्जू भइया की जयंती मनायी गयी। इस दौरान प्रो. राजेन्द्र सिंह (रज्जू भइया)ः देश की वर्तमान चुनौतियां विषयक संगोष्ठी का आयोजन हुआ जहां अतिथियों ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण करके श्रद्धांजलि दिया। साथ ही रज्जू भैया के कृतित्व एवं व्यक्तित्व पर चर्चा करते हुये देश की वर्तमान चुनौतियां पर मंथन किया।
इस मौके पर मुख्य अतिथि युवा एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के सदस्य शतरूद्र प्रताप सिंह ने कहा कि रज्जू भैय्या बहुत संवेदनशील अन्तःकरण के साथ घोर यथार्थवादी भी थे। वे किसी से कोई भी बात निस्संकोच कह देते थे और उनकी बात को टालना कठिन हो जाता था।
उन्होंने कहा कि रज्जू भैया ने युवाओं में राष्ट्र भावना पैदा करने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया था। इसी क्रम में पूविवि कुलपति प्रो. डा. राजाराम यादव ने कहा कि रज्जू भैया सचमुच संघ परिवार के न केवल बोधि-वृक्ष, अपितु सबको जोड़ने वाली कड़ी थे। वह नैतिक शक्ति और प्रभाव का स्रोत थे। वह जटिल विषयों को भी सरलता के साथ प्रस्तुत करते थे। इसके पहले संस्थान के निदेशक प्रो. देवराज सिंह ने रज्जू भैया का संक्षिप्त जीवन परिचय पढ़ा।
संगोष्ठी का विषय प्रवर्तन प्रो. बीबी तिवारी ने किया। वहीं अतिथियों का स्वागत पूविवि के राष्ट्रीय सेवायोजना के के समन्यवक राकेश यादव ने किया। साथ ही दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र नेता जितेन्द्र शुक्ला ने रज्जू भैया के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संचालन डा. संतोष कुमार ने किया। अन्त में कार्यक्रम संयोजक डा. मनीष गुप्ता ने सभी के प्रति आभार जताया।
इस अवसर प्रो. अविनाश पाथर्डीकर, प्रो. एके श्रीवास्तव, डा. अजय प्रताप सिंह, डा. प्रमोद यादव, डा. राजकुमार, डा. मनोज मिश्र, डा. श्याम कन्हैया सिंह, डा. गिरधर मिश्र, डा. दिग्विजय सिंह राठौर, डा. सुनील कुमार, डा. पुनीत धवन, डा. नीतेश जायसवाल, डा. अजीत सिंह, डा. अवध बिहारी सिंह, डा. अनुराग मिश्र सहित तमाम लोग उपस्थित थे।
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