जौनपुर : पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव की हत्या के बाद जौनपुर के कलेक्ट्रेट स्थित पत्रकार भवन में पत्रकारों की आपात बैठक हुई जहां उपस्थित पत्रकारों ने एक सुर में घटना की निन्दा किया। साथ ही वारदात के पीछे पुलिसिंग की नाकामी बताया। पत्रकारों का कहना है कि आशुतोष पर हमले की सूचना पुलिस को पहले से ही थी। इसके बावजूद आशुतोष को सुरक्षा नहीं दी गयी। उन्हें भगवान भरोसे छोड़ दिया गया। पुलिस की इसी उदासीनता से बदमाशों के हौंसले बुलंद हो गये। आखिरकार उन्होंने सोमवार को इमरानगंज चौराहे पर घेरकर आशुतोष को मौत के घाट उतार दिया। पत्रकारों ने शाहगंज कोतवाल तारकेश्वर राय के निलम्बन और क्षेत्राधिकारी शाहगंज को तत्काल हटाने की मांग किया। हमले की पूर्व सूचना होने के बाद भी पत्रकार की हत्या हो जाने पर लापरवाही बरतने के आरोप में दोषी कोतवाल तारकेश्वर राय को निलम्बित करने और क्षेत्राधिकारी के खिलाफ विभागीय कार्यवाही की मांग किया। इस दौरान उपस्थित पत्रकारों ने मृत साथी के आत्मा की शान्ति के लिये 2 मिनट का मौन धारण करके ईश्वर से प्रार्थना किया। इस अवसर पर राजेश श्रीवास्तव, राजकुमार सिंह, शशिराज सिन्हा, शम्भूनाथ सिंह, अजीत सिंह, राकेशकान्त पाण्डेय, जावेद अहमद, रामजी जायसवाल, जुबेर अहमद, अरशद अब्बास, देवेन्द्र खरे, दीपक उपाध्याय, प्रमोद गुप्ता, आदित्य भारद्वाज, अखिलेश श्रीवास्तव, अजीत चक्रवर्ती, संतोष राय, संजय चौरसिया, नीतीश राहुल, अजीत गिरी, अहमद हसन, शशि मौर्या, भोले विश्वकर्मा, संजय सिंह, संजय अस्थाना, कृपाशंकर यादव सहित तमाम पत्रकार उपस्थित रहे।
0 Comments