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#JaunpurLive : छठवें दिन कथा सुनने के लिये हजारों भक्तों का लगा तांता



इटौरी में रुक्मणी श्रीकृष्ण विवाह एवं कन्या पूजन की हुई रस्म
सरायख्वाजा, जौनपुर। स्थानीय क्षेत्र के इटौरी गांव में राम सुरेश सिंह के आवास पर 7 दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के छठवें दिन रुक्मणी श्री कृष्ण विवाह महोत्सव का आयोजन हुआ जहां कथा सुनने के लिए हजारों भक्तों का तांता लगा रहा। कथा में छठवें दिन कथा वाचक अखिलेश चंद्र मिश्र ने कहा कि जब श्री कृष्ण वृंदावन से मथुरा पहुंचे तो वहां श्रीकृष्ण भगवान के ऊपर फूलों की वर्षा होने लगी। कंस के दरबार में श्रीकृष्ण और बलराम पहुंचे। सभा में बैठे सभी लोगों को श्रीकृष्ण अलग-अलग दिखाई देने लगे। श्रीकृष्ण कंस के सिंहासन के पास पहुंचे और मुकुट उतारकर फेंक दिये। बाल पड़कर खींचने लगे। श्रीकृष्ण और कंस में मल युद्ध हुआ जिसमें कंस को श्रीकृष्ण ने मार गिराया। इसके बाद देवकी और वासुदेव का श्रीकृष्ण ने पैर छूकर आशीर्वाद लिया। श्रीकृष्ण ने उद्धव से कहा कि वृंदावन से केवल 3 दिन कहकर मथुरा आए थे। काफी दिन बीत गया। वहां पर लोग कैसे हैं। आप हाल-चाल लेकर वापस आना। अगर कोई पूछता है तो बता देना कि जल्द ही श्रीकृष्ण आने वाले हैं। जब उद्धव वहां पहुंचे तो एक जगह सारी गोपियां बैठकर बातें कर रही थीं। 


वह पीछे रुक गये जहां सुने कि एक गोपी कह रही थी कि आज श्रीकृष्ण हमारे सपने में आए थे और जैसे  मटकी लेकर आ रहे थे कि उन्होंने मटकी फोड़ दिया। इसके बाद हमारी नींद खुल गई। दूसरी सखी ने कहा कि हमारे भी सपने में आए थे जो हमारे घर माखन की चोरी कर रहा था। जैसे हम पकड़ने के लिए गये, हमारी नींद खुल गई। एक गोपी ने कहा कि हमारे सपने में कृष्ण आए थे जो गाय व बछड़े छोड़ दिए थे। यह सुनकर उद्धव को बड़ा आश्चर्य हुआ जिन्होंने वापस आकर श्रीकृष्ण से कहा कि आपके लिए वहां पर गोपियों का बुरा हाल है। आपकी रोज आने की इंतजार कर रही हैं। कथा वाचक ने श्रीकृष्ण—रुक्मणी विवाह के अलावा अन्य विवाह का भी वर्णन करते हुए लोगों को बताया। सैकड़ों महिलाओं ने कन्या पूजन की रस्म निभाई। इटौरी के अलावा आस—पास के दर्जनों गांव के सैकड़ों महिलाएं व पुरुष उपस्थित रहे। अंत में कथा वाचक ने भजन प्रस्तुत किया जिस पर उपस्थित भक्त घंटों  झूमते रहे। पूरा इटौरी गांव भक्तमय हो गया। अन्त में आरती के बाद सभी भक्तों में प्रसाद वितरण किया गया। इस अवसर पर रमेश सिंह, वीरेंद्र प्रताप सिंह, मुरारी सिंह, विनय सिंह, विशाल सिंह, परीक्षित सिंह, राजू सिंह, कंचन सिंह, राजेश सिंह, राजेंद्र प्रसाद जायसवाल, तिलकधारी सिंह, सुनील सिंह, संतोष सिंह, पारस यादव सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।

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